उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली में मात्र 6 फीट ऊंची दीवार वाले शौचालय में मटरू बिंद की संदिग्ध फांसी की घटना अत्यंत दुखद और गहन चिंता का विषय है।
मेरी गहरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। प्रकृति उन्हें इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
ऐसा क्यों है कि दलित, पिछड़ा, और मुस्लिम समाज के लोगों के लिए पुलिस हिरासत एक काल-कोठरी साबित हो रही है? यह अत्यंत चिंताजनक है कि बहुजन समाज का व्यक्ति हिरासत में तो अपने दो पैरों पर जाता है पर बाहर आता दूसरों के चार कंधों पर हैं।
@dgpup, इस मामले का संज्ञान लें और एक निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच करवाएं। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में हिरासत में कोई मौत न हो। इसके अलावा, मृतक मटरू बिंद के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए, ताकि इस कठिन समय में उन्हें कुछ सहारा मिल सके।